तारीफ शायरी | Tareef Shayari in Hindi
tareef shayari in hindi
दिल में तुम हो चाँद का वक़्त हैं
कुछ सुबह का वक़्त है कुछ शाम का वक़्त है
पी रहा हु आँखों-आँखों में शराब
अब न शीशा है न कोई जाम है
न ज़फ़ा आती है जिसको न वफ़ा आती है
हाय क्या चीज है सौन्दर्य की सादगी
अपनी सूरत से भी उनको शर्म आती है
Main to iski sadgi par marta hu
Na jafa aati hai jisko na wafa aati hai
Hay kya chij hai saundary ki sadgi
Apni surat se bhi unko sharm aati hai
girlfriend ki tareef
छू लेने दो नाज़ुक होठों को ,कुछ और नहीं है ,जाम है
कुदरत ने जो हमको बख़्शा है ,वो सबसे हसीं ईनाम है
शर्मा के न यूँ ही खो देना ,रंगीन जवानी की घड़ियाँ
बेताब धड़कते सीनों का अरमान भरा पैग़ाम है
Chhu lene do najuk hothon ko,Kuchh aur nahi hai,Jaam hai
Kudarat ne jo hum ko bakhsha hai,Wo sabse hasin inam hai
Sharma ke yu hi kho dena,Rangin jawani ghadiya
Betab dhadkate sino ka armaan bhara paigam hai